सामाजिक परिवर्तन: विशेषताएँ, प्रकार | Social Change in hindi

सामाजिक परिवर्तन

सामाजिक परिवर्तन| samajik parivartan सामाजिक परिवर्तन का तात्पर्य सामाजिक संरचना में होने वाले परिवर्तन से है| चूँकि सामाजिक संरचना वर्तमान संबंधों का ताना-बाना है, अतः संबंधों में होने वाले परिवर्तन को सामाजिक परिवर्तन कहते हैं| सामाजिक संबंधों में यह परिवर्तन मित्रतापूर्ण से शत्रुतापूर्ण, अनौपचारिक से औपचारिक, प्राथमिक से द्वितीयक, स्थायी से अस्थायी, समानतापूर्ण से असमानतापूर्ण … Read more

गाँव, कस्बा, नगर (Village, Town, City)

गाँव किसे कहते है – गाँव का एक निश्चित क्षेत्र होता है एवं इनके सदस्यों में हम कि भावना (We feeling) पायी जाती हैं| गाँव में परम्पराओं की प्रधानता होती है| तकनीक अधिक विकसित नहीं होती है तथा आधे से अधिक जनसंख्या जीविकोपार्जन के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कृषि पर निर्भर रहती है| … Read more

जाति एवं वर्ग (Caste and Class)

[wbcr_php_snippet id=”362″] जाति एक अंतःविवाही (Endogamous) समूह है, जिसकी अपनी उप-संस्कृति होती है | जहाँ वर्ग का आधार आर्थिक होता है , वहीं जाति का आधार सामाजिक सांस्कृतिक होता है | वर्ग एक अर्जित प्रस्थिति है जबकि जाति प्रदत्त स्थिति है | भारतीय सामाजिक संस्थाओं में जाति का महत्वपूर्ण स्थान है | पश्चिमी समाज में … Read more

प्रस्थिति एवं भूमिका (Status and Role)

[wbcr_php_snippet id=”362″] प्रस्थिति एवं भूमिका प्रस्थिति एवं भूमिका का विवेचन सर्वप्रथम रॉल्फ लिण्टन (Ralph Linton) ने अपनी पुस्तक दी स्टडी ऑफ मैन (1936) (The Study of Man) में किया| उनके अनुसार समाज का कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है, जिसे कोई प्रस्थिति न प्राप्त हो| समाजशास्त्रीय तथ्य इतना ही है कि उसकी प्रस्थिति निम्न या … Read more

मुस्लिम, ईसाई एवं जनजातीय परिवार
(Muslim, Christian and Tribal Family)

[wbcr_php_snippet id=”362″] मुस्लिम सामाजिक संगठन में सामान्यतः संयुक्त परिवार पाया जाता है| इसमें पुरुष या पिता की निर्णय में भूमिका होती है| स्त्रियों की प्रस्थिति अपेक्षाकृत कम या निम्न होती है| परिवार के सभी सदस्य भावनात्मक आधार पर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं| इस परिवार में धर्म एवं परम्पराओं की प्रधानता रहती है| मुस्लिम … Read more

भारत में मुस्लिम, जनजातीय एवं ईसाई विवाह (Muslim Christian and Tribal Marriage in India)

Muslim Christian and Tribal Marriage in India; मुस्लिम विवाह – मुस्लिम विवाह संस्कार नहीं वरन् एक दीवानी समझाैता है| जिसका उद्देश्य घर बसाना, संतानोत्पत्ति करना एवं उन्हें वैधता प्रदान करना है| मुल्ला ने लिखा है कि निकाह एक विशिष्ट समझौता है, जिसका उद्देश्य बच्चे उत्पन्न करना तथा उन्हें वैध घोषित करना है| अमीर अली (Amir … Read more

संयुक्त परिवार (Joint Family)

संयुक्त परिवार में सामान्यतः उन सभी व्यक्तियों को सम्मिलित किया जाता है जो एक समान पूर्वजों की संतानें हों, इसमें कुछ विवाह संबंधी भी होते हैं| भारत में परिवार का तात्पर्य संयुक्त परिवार से ही है| आइ. पी. देसाई (I. P. Desai) ने नाभिकीय परिवार को विकलांग परिवार (Fractured Family) कहा है| के.एम.पनिक्कर (K. M. … Read more

हिंदू विवाह (Hindu Marriage)

हिंदू विवाह (Hindu Marriage) हिंदू विवाह को एक धार्मिक संस्कार के रूप में स्वीकार किया जाता है| शास्त्रों के अनुसार विवाह के पश्चात मनुष्य को नियमों के पालन एवं कर्तव्यों के निर्वहन की प्रेरणा मिलती है| साथ ही गृहस्थ आश्रम में प्रवेश कर व्यक्ति धर्म, अर्थ एवं काम जैसे पुरुषार्थ का पालन करता है, तथा … Read more

जाति (jati vyavastha): समाज का एक जटिल रूप

जाति व्यवस्था (Jati Vyavastha) जाति जन्मजात प्रस्थिति पर आधारित एक समूह है, जो अंत:विवाही होता है| इसमें प्रत्येक जाति सामाजिक संरचना में स्वयं को एक निश्चित स्थिति में पाती है| प्रत्येक जाति में अपने जाति के प्रति हम की भावना (We feeling) पायी जाती है| ये जातियाँ कुछ विचारधाराओं एवं कर्मकाण्ड से प्रेरित होती हैं| … Read more

क्षेत्रीय एवं धार्मिक विश्वास, व्यवहार एवं सांस्कृतिक प्रतिमान
(Regional and Religious Beliefs, Practices and Cultural Pattern)

क्षेत्रीय एवं धार्मिक विश्वास (Regional and Religious Beliefs) धर्म अति-प्राकृतिक शक्तियों तथा अन्य वस्तुओं से संबंधित विश्वास की एक व्यवस्था है| जिसका उसके अनुयायियों के व्यवहार पर प्रभाव पड़ता है| भारतीय धर्म अपने विश्वास, कार्य-प्रणालियों एवं संगठन में एक दूसरे से बहुत भिन्न है, साथ ही धार्मिक भावनाएँ इतनी व्यक्तिनिष्ठ हैं कि इनका पूर्णरूपेण वस्तुपरक … Read more

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