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मुस्लिम, ईसाई एवं जनजातीय परिवार
(Muslim, Christian and Tribal Family)


मुस्लिम सामाजिक संगठन में सामान्यतः संयुक्त परिवार पाया जाता है| इसमें पुरुष या पिता की निर्णय में भूमिका होती है| स्त्रियों की प्रस्थिति अपेक्षाकृत कम या निम्न होती है| परिवार के सभी सदस्य भावनात्मक आधार पर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं| इस परिवार में धर्म एवं परम्पराओं की प्रधानता रहती है|

मुस्लिम परिवार की विशेषताएँ (Characteristics of Muslim family)

(1) संयुक्त परिवार होता है|

(2) प्रत्येक सदस्य से धार्मिक कार्यों को भी संपादन करने की अपेक्षा होती है, जैसे नमाज पढ़ना|

(3) पर्दा प्रथा का चरम रूप दिखाई देता है|

(4) महिलाओं को घर तक ही सीमित रखा जाता है परिणाम स्वरूप उनकी प्रस्थिति भी निम्न हो जाती है|

(5) परिवार पितृ-सतात्मक होता है|

(6) बहु-पत्नी विवाही परिवार होता है|

(7) वैवाहिक जीवन से अलग होने के लिए तलाक की सरल प्रक्रिया होती है|

(8) तलाक लेना महिलाओं की अपेक्षा पुरुष के लिए बहुत आसान होता है|

(9) विभिन्न संस्कारों के माध्यम से जीवन पद्धति का संचालन करते हैं|

ईसाई परिवार (Christian Family)

भारतीय ईसाई परिवार पश्चिमी परिवारों की सोच पर आधारित है| यह नाभिकीय परिवार होता है| सामान्यतः माना जाता है कि विवाह के बाद पति-पत्नी दोनों माँ-बाप के घर से अलग घर में रहेंगे| इस परिवार में भावनात्मक लगाव पति-पत्नी एवं बच्चों तक सीमित दिखायी पड़ता है| महिलाओं की प्रस्थिति उच्च होने के कारण पति-पत्नी दोनों कामकाजी होते हैं| जिससे इन परिवारों में संपन्नता अधिक रहती है|

ईसाई परिवार की विशेषताएँ (Characteristics of Christian family)

(1) यह नाभिकीय परिवार होता है|

(2) धार्मिक कार्यों में संलग्नता रहती है| घर के किसी सदस्य को दिन में एक बार चर्च जाने की अपेक्षा रहती है|

(3) पितृ-सतात्मक परिवार होता है, लेकिन महिलाओं की प्रस्थिति भी उच्च होती है|

(4) धर्म का महत्त्व भौतिक क्रियाकलापों – जैसे नौकरी, पेशे आदि से अलग होता है|

(5) सामान्यत: आर्थिक रूप से संपन्न परिवार होता है|

(6) परिवारों में परम्परागत मूल्यों के स्थान पर तर्क की प्रधानता होती है|

जनजातीय परिवार (Tribal family)

जनजाति एक घुमन्तू समूह होता हैं| जो अपनी अधिकांश जरूरतों के लिए वनो पर निर्भर रहते हैं| एक जनजाति, समाज के साथ-साथ समुदाय की सभी विशेषताओं को प्रदर्शित करता है| चूँकि जनजाति छोटे-छोटे समूहों में बँटे होते हैं| परिवार का जो स्वरुप होता है वह संयुक्त होता है|

जनजातीय परिवार की विशेषताएँ (Characteristics of Tribal Family)

(1) संयुक्त परिवार पाया जाता है|

(2) महिलाओं की प्रस्थिति अन्य समाज के परिवार से उच्च होती है|

(3) परिवार उत्पादन एवं उपभोग दोनों की इकाई होता है|

(4) स्त्री-पुरुष असमानता को महत्त्व नहीं दिया जाता है|

(5) एक-विवाही एवं बहु-विवाही दोनों प्रकार के परिवार पाये जाते हैं|

(6) परंपरागत एवं प्रथागत नियमों का महत्त्व होता है|

(7) वैयक्तिक हित की जगह सामूहिक हित को वरीयता दी जाती है|

(8) जीविकोपार्जन के लिए सामान्यतः स्त्री-पुरुष दोनों कार्य करते हैं|

जनजातीय परिवार के प्रकार (Types of Tribal family)

एक विवाही परिवार (Monogamous family)

एक स्त्री या पुरुष केवल एक बार विवाह करें तथा अपने जीवन साथी के रहते हुए दूसरा विवाह न करें, तो इससे बने परिवार को एक विवाही परिवार कहते हैं|

बहु-विवाही परिवार (Polygamous family)

एक पुरुष के एक से अधिक पत्नियां या एक स्त्री के एक से अधिक पति हो, तब ऐसे परिवार को बहु-विवाही परिवार कहते हैं | यह दो प्रकार का होता है – बहु-पति विवाही परिवार एवं बहु-पत्नी विवाही परिवार|

बहु-पति विवाही परिवार (Polyandrous family) – जब एक स्त्री एक समय में एक से अधिक पुरुषों से विवाह करती है तो ऐसे परिवार को बहु-पति विवाही परिवार कहते हैं, उदाहरण के लिए नीलगिरी की पहाड़ियों में रहने वाली टोडा एवं कोटा जनजाति , उत्तराखंड की खस जनजाति में यह परिवार पाया जाता है | यह दो प्रकार का होता है – भातृक बहु-पति विवाही परिवार एवं गैर-भातृक बहु-पति विवाही परिवार|

भातृक बहु-पति विवाही परिवार (Fraternal Polyandrous family) – जब एक स्त्री एक से अधिक पुरुषों से विवाह करती है , एवं सभी पुरुष आपस में भाई हों , तब इससे बने परिवार को भातृक बहु-पति विवाही परिवार कहते हैं, जैसे टोडा एवं खस जनजाति में|

अभातृक बहु-पति विवाही परिवार (Non-fraternal Polyandrous family) – जब एक स्त्री एक समय में एक से अधिक पुरुषों से विवाह करती है एवं सभी पुरुष आपस में भाई न हों तब ऐसे परिवार को अभातृक बहु-पति विवाही परिवार कहते हैं|

बहु-पत्नी विवाह (Polygyny) – जब एक पुरुष एक से अधिक स्त्रियों से विवाह करता है, तो इससे जिस परिवार का निर्माण होता है उसे बहु-पत्नी विवाही परिवार कहते हैं |


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(Muslim, Christian and Tribal Family)”

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