भारत में अल्पसंख्यक (Minority)
भारत एक बहु-सांस्कृतिक एवं बहु-धर्मी देश है| भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक की कोई परिभाषा नहीं दी गई है| लेकिन अनुछेद 29 एवं 30 में अल्पसंख्यक… Read More »
भारत एक बहु-सांस्कृतिक एवं बहु-धर्मी देश है| भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक की कोई परिभाषा नहीं दी गई है| लेकिन अनुछेद 29 एवं 30 में अल्पसंख्यक… Read More »
भारतीय समाज में विभिन्न कालों में स्त्रियों की प्रस्थिति भिन्न-भिन्न रही है| वैदिक काल में स्त्री की समाज में प्रस्थिति सम्मानजनक थी| स्त्री के बिना… Read More »
अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Class) एक बृहद अवधारणा है| पिछड़े वर्ग में मुख्यत: उन जातियों को शामिल करता है जो उच्च जातियों के रूप… Read More »
दलित/dalit (Depressed Class) दलित का अर्थ; meaning of dalit in hindi; दलित शब्द का प्रयोग उन जातीय समूहों के लिए किया जाता है जो वर्ण… Read More »
जनजाति एक क्षेत्रीय समुदाय होता है| संवैधानिक शब्दावली में इसे अनुसूचित जनजाति कहते हैं| ये अपनी अधिकांश आवश्यकता की पूर्ति के लिए वनों पर निर्भर… Read More »
शाब्दिक रूप से आश्रम शब्द श्रम धातु से बना है जिसका तात्पर्य परिश्रम करना है| समाजशास्त्रीय दृष्टि से देखें तो मार्क्स ने भी कहा है… Read More »
संस्कार का तात्पर्य उन धार्मिक क्रिया कलापों से हैं जिसके द्वारा व्यक्ति शारीरिक, मानसिक रूप से विकसित होने के लिए कुछ करने को तैयार होता… Read More »
पुरुषार्थ लोगों को समाज में क्रिया करने का मार्गदर्शन करता है| मनुष्य का उद्देश्य संसार में सुखी जीवन व्यतीत करना है| यह सब तभी संभव… Read More »
कर्म क्या है – कर्म का तात्पर्य क्रिया या कार्य से है| कर्म सिद्धांत के अनुसार मनुष्य जो भी कार्य करता है उसे उसका फल… Read More »
धर्म सामान्य अर्थों में अति प्राकृतिक शक्ति में विश्वास ही धर्म है| जिसे व्यक्ति पूजा, आराधना एवं कर्मकाण्डों माध्यम से समर्पित करता है| किंतु यह धर्म… Read More »